Author: Kishore Kumar

Spiritual journalist & Founding Editor of Ushakaal.com

नई दिल्ली। ताजा शोधों से इस बात की आश्वस्ति मिली है कि दवाओं के सेवन के साथ ही कुछ खास प्रकार के आसन, प्राणायाम और ध्यान किए जाएं तो पीठ दर्द व कमर दर्द के पुराने मरीजों को भी आश्चर्यजनक ढंग से लाभ मिलता है। बशर्ते, योग्य योग शिक्षकों के निर्देशन में योगाभ्यास किए जाएं। दर्द के अलग-अलग कारण होने की वजह से सबको एक जैसा उपाय नहीं बताया जा सकता है। दर्द का निश्चित कारण पता किए बिना योगोपचार करने से भारी क्षति होती है। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान और स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान ने बंगलुरू में संयुक्त रूप…

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किशोर कुमार //योगाभ्यासों के जरिए कैंसर जैसी घातक बीमारी को काबू में करने के दिशा में हम एक-दो कदम नहीं, बल्कि कई कदम आगे बढ़ गए हैं। तीन दशक पहले तक हम इस पड़ताल में थे कि क्या कैंसर से जूझ रहे मरीजों की मानसिक यंत्रणा कम करने में योगाभ्यासों की भूमिका हो सकती है? इस बात को लेकर  दुनिया भर में हुए शोधों के से निष्कर्ष निकला कि खास तरीके से “योग निद्रा” योग और कुछ अन्य योगाभ्यासों से कैंसर मरीजों को मानसिक लाभ ही नहीं मिलता, बल्कि कैंसर के जीवाणुओं का विकास धीमा हो जाता है, कई बार रूक भी जाता है। ऐसे भी…

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किशोर कुमार //राष्ट्रीय चेतना के अग्रदूत युगावतार श्री अरविंद घोष की 152वीं जयंती निकट है तो बात उनके संदर्भ में ही होगी। पर एक क्षेपक है। यशोधरा गहरी नींद में थीं। नवजात राहुल भी सो रहा था। ऐसा न था कि राजकुमार सिद्धार्थ के प्रेम में कोई कमी थी। फिर, राजकुमार ही थे तो सुख-सुविधाओं में भी कोई कमी न थी। फिर भी आधी रात को चुपके से अज्ञात की ओर चल पडे थे। क्यों? क्योंकि योग बल नहीं था और इसके बिना मन की गहराई से उठे सवाल का जबाव मिलना कठिन था कि मैं हूं कौन?पर श्री अरविंद…

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अपने देश में योग की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव हो रहा है। अब वह दिन लदने को है, जब आत्म-ज्ञान दिलाने वाली यह महान विद्या कमर दर्द, वजन घटाने आदि तक सीमित होती जा रही थी और पश्चिम के विकसित देश हमारे परंपरागत योग को विज्ञान की कसौटी पर कसने के बाद उसे ऐसे प्रस्तुत करने लगे थे मानों उन्होंने कुछ नया आविष्कार कर दिया हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योग में विशेष दिलचस्पी की वजह से हालात बदले हैं। वैसे तो बिहार योग विद्यालय और कैवल्यधाम जैसे कई योग संस्थान वर्षों से परंपरागत की मशाल जलाए हुए हैं। पर उन्हें अपने ही देश में…

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किशोर कुमार //योगाभ्यासों के जरिए कैंसर जैसी घातक बीमारी को काबू में करने के दिशा में हम एक-दो कदम नहीं, बल्कि कई कदम आगे बढ़ गए हैं। तीन दशक पहले तक हम इस पड़ताल में थे कि क्या कैंसर से जूझ रहे मरीजों की मानसिक यंत्रणा कम करने में योगाभ्यासों की भूमिका हो सकती है? इस बात को लेकर  दुनिया भर में हुए शोधों के से निष्कर्ष निकला कि खास तरीके से “योग निद्रा” योग और कुछ अन्य योगाभ्यासों से कैंसर मरीजों को मानसिक लाभ ही नहीं मिलता, बल्कि कैंसर के जीवाणुओं का विकास धीमा हो जाता है, कई बार रूक भी जाता है। ऐसे भी…

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नई दिल्ली : मानव चेतना के विकास पर सर्वाधिक बल देने वाले आत्मज्ञानी संत श्री अरबिंदो घोष की 152वीं जयंती के उपलक्ष्य में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) ‘श्री अरबिंदो: बिगिनिंग ऑफ ए स्पिरिचुअल जर्नी’ नामक फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग करेगा। यह कार्यक्रम आगामी 14 अगस्त को शाम 6:30 बजे सी.डी. देशमुख ऑडिटोरियम में होगा। ‘थिंकिंग ऑफ हिम’ फेम निर्देशक सूरज कुमार इस फिल्म के निर्माता-निदेशक हैं। विक्रांत चौहान ने फिल्म में श्री अरबिंदो की भूमिका निभाई है।दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की वेबसाइट मुताबिक, “यह फिल्म 5 मई 1908 को श्री अरबिंदो की गिरफ्तारी के बाद कलकत्ता के अलीपुर जेल…

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ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में पहुंचने वाले एशिया के पहले शख्स दादाभाई नरौजी के दामाद और पेशे से अभियंता होमी डाडिना शारीरिक रूप से अशक्त हो गए थे। न धन की कमी थी, न प्रभाव कम था। दुनिया का बेहतरीन इलाज उपलब्ध था। पर बात नहीं बन पा रही थी। मुंबई विश्व विद्यालय के कुलपति आरपी मसानी को बात समझ में आ गई थी कि योगाचार्य मणिभाई हरिभाई देसाई की प्रतिभा असाधारण है। लिहाजा उन्होंने मणिभाई को होमी डाडिना से मिलवाया। डाडिना तो स्वस्थ्य हुए ही, साथ ही कुछ अन्य लोगों को बीमारियों से मुक्ति मिल गई थी। इसके साथ ही…

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